Monday 29 February 2016

Lord Krishna

कान्हा हैं दिवाने राधा के,
मीरा हैं दिवानी नटनागर की,
बूँदें हैं दिवानी झरने की,
नदियाँ हैं दिवानी सागर की,
बरसा दो कुछ बूँदें हमपे भी कान्हा,
बूझ जाए प्यास जीवन गागर की..... 
                                           - आशुतोष रंजन  

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